#कब्ज_का_आयुर्वेदिक_इलाज
आज के समय में एक सबसे बड़ी समस्या है कब्ज जिसके निदान के लिए यहां एक आयुर्वेद नुक्सा दिया जा रहा है। इसको घर मे बनाकर उपयोग किया जा सकता है।
सामग्री:- बेल का गूदा - 100 ग्राम, सौंफ 100 ग्राम, इसबग़ोल की भूसी 100 ग्राम, छोटी इलायची 10 ग्राम ।
इन चारों का कूट पीसकर चूर्ण बना लें । फिर उसमें 300 ग्राम देसी खाँड़ या बूरा मिलाकर किसी काँच की शीशी में सुरक्षित रख लें।
दवा खाने की विधि :- 10 ग्राम दवा सुबह नाश्ता के पहले ताजा पानी के साथ लें और शाम को खाना खाने के बाद 10 ग्राम दवा गुनगुने जल के साथ या दूध के साथ लें (यदि आवश्यकता समझे तो दोपहर को भी दवा खाना खाने के बाद ताजा जल से दवा खा सकते है) एक सप्ताह के बाद फायदा अवश्य होगा । करीब 45 दिन दवा खाकर छोड़ दें। यह दवा पेट के मल को साफ करेगी और पुरानी आव या आंतों को सूजन (कोलाइटिस) जड़ से साफ कर देगी।
आज के समय में एक सबसे बड़ी समस्या है कब्ज जिसके निदान के लिए यहां एक आयुर्वेद नुक्सा दिया जा रहा है। इसको घर मे बनाकर उपयोग किया जा सकता है।
सामग्री:- बेल का गूदा - 100 ग्राम, सौंफ 100 ग्राम, इसबग़ोल की भूसी 100 ग्राम, छोटी इलायची 10 ग्राम ।
इन चारों का कूट पीसकर चूर्ण बना लें । फिर उसमें 300 ग्राम देसी खाँड़ या बूरा मिलाकर किसी काँच की शीशी में सुरक्षित रख लें।
दवा खाने की विधि :- 10 ग्राम दवा सुबह नाश्ता के पहले ताजा पानी के साथ लें और शाम को खाना खाने के बाद 10 ग्राम दवा गुनगुने जल के साथ या दूध के साथ लें (यदि आवश्यकता समझे तो दोपहर को भी दवा खाना खाने के बाद ताजा जल से दवा खा सकते है) एक सप्ताह के बाद फायदा अवश्य होगा । करीब 45 दिन दवा खाकर छोड़ दें। यह दवा पेट के मल को साफ करेगी और पुरानी आव या आंतों को सूजन (कोलाइटिस) जड़ से साफ कर देगी।
टिप्पणियाँ