गर्मियों में क्या करें क्या ना करें🤔🙏

गर्मियों में क्या करें, क्या न करें ?

गर्मियों में वात का शमन करने वाले तथा शरीर में जलीय अंश का संतुलन रखने वाले मधुर, तरल, सुपाच्य, हलके, ताजे, स्निग्ध, रसयुक्त, शीतगुणयुक्त पौष्टिक पदार्थों का सेवन करना चाहिए ।.

    आहार :-.
पुराने साठी के चावल, दूध, मक्खन तथा गाय के मही के सेवन से शरीर में शीतलता, स्फूर्ति और शक्ति आती है। सब्जियों में लौकी, कुम्हड़ा (पेठा), परवल, हरी ककड़ी, हरा धनिया, पुदीना और फलों में तरबूज, खरबूजा, नारियल, आम, मौसमी, सेब, अनार, अंगूर का सेवन लाभदायी है। ..

नमकीन, रूखे, बासी, तेज मिर्च-मसालेदार तथा तले हुए पदार्थ, अमचूर, अचार, इमली आदि तीखे, खट्टे, कसैले एवं कड़वे रसवाले पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए।
             कच्चे आम को भूनकर बनाया गया मीठा पना, नींबू-मिश्री का शरबत, हरे नारियल का पानी, फलों का ताजा रस, ठंडाई, जीरे की शिकंजी, दूध और चावल की खीर, गुलकंद तथा गुलाब, पलाश, मोगरा आदि शीतल व सुगंधित द्रव्यों का शरबत जलीय अंश के संतुलन में सहायक है ।....
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              धूप की गर्मी व लू से बचने के लिए सिर पर कपड़ा रखना चाहिए एवं थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहना चाहिए। ऊष्ण वातावरण से ठंडे वातावरण में आने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए। १०-१५ मिनट के बाद ही पीना चाहिए। फ्रिज का नहीं, मटके या सुराही का पानी पीना चाहिए।..

             गर्मियों में 'प्रातः पानी-प्रयोग' अवश्य करना चाहिए । वायु-सेवन, योगासन, हल्का व्यायाम एवं तेल मालिश लाभदायक हैं। रात को देर तक जागना और सुबह देर तक सोये रहना हानिकारक होता है। अधिक व्यायाम, अधिक परिश्रम, धूप में टहलना, अधिक उपवास, भूख-प्यास सभी गर्मियों में वर्जित है।

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